मै घर पर अपने बच्चे के दिल की धड़कन की जांच केसे कर सकती हू |me ghar par apne bacche ke dil ki dhadakan ki Best chanch kese kar skti hu|pet me bacche ki dhadakan kab start hoti h or esko kese pta kre

मै घर पर अपने बच्चे के दिल की धड़कन की जांच केसे कर सकती हू |me ghar par apne bacche ke dil ki dhadakan ki chanch kese kar skti hu|pet me bacche ki dhadakan kab start hoti h or esko kese pta kre

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गर्भावस्था में बच्चे के दिल की धड़कन कब शुरू होती है और इसको कैसे पता किया जा सकता है, इसके बारे में जानकारी

बच्चे की धड़कन कब शुरू होती है:

बच्चे के दिल की धड़कन का निर्माण गर्भावस्था के पहले तिमाही में होता है, जब गर्भाशय में गर्भनली का विकास होता है। आमतौर पर, बच्चे की धड़कन का पहला धड़कन हड्डीयों और मांसपेशियों के बिना ही गर्भाशय में ही होता है। यह पहले 6 सप्ताहों के दौरान हो सकता है, लेकिन इसे आमतौर पर 8 सप्ताह के बाद ही उल्लेखित किया जाता है।

यूल्ट्रासाउंड: बच्चे की धड़कन को पहली बार जाँचने का सबसे सामान्य तरीका यूल्ट्रासाउंड है। इस परीक्षण के दौरान, स्कैनिंग उपकरण के माध्यम से डॉक्टर बच्चे के दिल की धड़कन की गति को सुन सकता है और उसे माप सकता है।

दिल की धड़कन

कैसे पता करें:

  1. उल्टे लेटें: गर्भावस्था के बाद की तिमाही में, गर्भवती महिला को अपने पेट के उल्टे लेटने पर ध्यान देना चाहिए।गर्भावस्था के दौरान, मां का शरीर अधिक रक्त सांचा करता है जो बच्चे केदिल की धड़कन का विकास के लिए आवश्यक है। उल्टे लेटने से रक्त संचारित होता है और शरीर के अंगों में पुनर्निर्माण होता है।उल्टे लेटना मां को और बच्चे को आरामदायक और सुरक्षित महसूस कराता है। इससे मां की तंगी कम होती है और बच्चे को भी अच्छा महसूस होता है।
  2. स्थिति बदलें: गर्भवती महिला अपनी स्थिति को बदलकर, खड़ी होकर या बैठकर भी दिल की धड़कन को महसूस कर सकती है। गर्भावस्था के दौरान महिला को अधिक आराम और शांति की आवश्यकता होती है। वह अपनी दिनचर्या में राजीनामा बना सकती है, और इससे उसे सकारात्मक भावना और स्वास्थ्य लाभ हो सकता है।
  3. प्रोफेशनल जाँच: डॉक्टर के साथ नियमित जाँच पर भी बच्चे के दिल की धड़कन को सुना जा सकता है। इसके लिए उन्हें दोप्लर या यूल्ट्रासाउंड की सुविधा होती है, जिससे वे बच्चे की धड़कन की गति को सुन सकते हैं।
  4. हैंड-हेल्ड डॉप्लर: इसके लिए कुछ महिलाएं हैंड-हेल्ड डॉप्लर उपकरण का उपयोग कर सकती हैं, जिससे वे अपने बच्चे की धड़कन की गति को सुन सकती हैं।

हैंड-हेल्ड डॉप्लर: इसके लिए कुछ महिलाएं हैंड-हेल्ड डॉप्लर उपकरण का उपयोग कर सकती हैं, जिससे वे अपने बच्चे के दिल की धड़कन की गति को सुन सकती हैं।

हैंड-हेल्ड डॉप्लर एक तकनीकी उपकरण है जो गर्भवती महिलाओं को अपने बच्चे की धड़कन सुनने में मदद करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह डॉप्लर उपकरण गर्भीय धड़कनों को शृंग द्वारा ग्रहण करता है और उसे श्रवण के लिए सुनाता है।

कैसे काम करता है:

  1. ग्रहण: हैंड-हेल्ड डॉप्लर उपकरण एक छोटे से संग्रहण डिवाइस के साथ आता है जो गर्भवती महिला की पेट पर रखा जाता है। यह डिवाइस गर्भीय दिल की धड़कन की ध्वनि को संग्रहित करता है।
  2. शृंग: ध्वनि को श्रवण के लिए उपलब्ध कराने के लिए, हैंड-हेल्ड डॉप्लर शृंग (एक छोटी सी स्पीकर) का उपयोग करता है। इससे महिला अपने बच्चे की धड़कन को सुन सकती है।
  3. सुनना: उपयोगकर्ता, जो अकेली महिला या उसके साथी हो सकती है, शृंग के माध्यम से बच्चे की धड़कन को सुन सकती हैं। यह एक अद्वितीय अनुभव हो सकता है जो महिला को उसके गर्भ में हो रहे बच्चे के साथ जुड़ने में मदद कर सकता है।

उपयोग: हैंड-हेल्ड डॉप्लर उपकरण बाध्यकारी नहीं है और अधिकांश गर्भवती महिलाएं इसका उपयोग अपने बच्चे दिल की धड़कन स्वास्थ्य की मॉनिटरिंग के लिए करती हैं। हालांकि, इसे डॉक्टर की सुपरवाइजन में ही उपयोग करना चाहिए और सभी समय उनकी मार्गदर्शन में रहना चाहिए।

ध्यान दें कि गर्भावस्था के दौरान डॉक्टर की सलाह और उनकी निगरानी में रहना महत्वपूर्ण है। डॉक्टर के साथ नियमित चेकअप पर रहना बच्चे की सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।

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